भारतीय परंपरा में सांस्कृतिक, धार्मिक, और सामाजिक प्रथाओं का एक समृद्ध संग्रह शामिल है जो सहस्राब्दियों में विकसित हुआ है। यहाँ भारतीय परंपरा के कुछ प्रमुख तत्वों का वर्णन किया गया है।
सांस्कृतिक प्रथाएँ
1. त्यौहार: भारत अपने अनेक त्यौहारों के लिए जाना जाता है, जो क्षेत्र और धर्म के अनुसार भिन्न होते हैं। प्रमुख त्यौहारों में दिवाली (दीपावली), होली, कृष्णा जन्माष्टमी, महाशिवरात्रि, रक्षा बंधन, मकर संक्रांति, गुरु पूर्णिमा, झूलेलाल जयन्ती, छठ पूजा, रविदास जयंती, पोंगल, और नवरात्रि शामिल हैं।
2. संगीत और नृत्य: वैसे तो भारत में विभिन्न प्रकार के नृत्य एवं संगीत है जिसमें से संगीत नाटक अकादमी द्वारा मान्यता प्राप्त 8 शास्त्रीय नृत्य हैं। भरतनाट्यम, कथक, कथकली, मणिपुरी, मोहिनीअट्टम, कुचिपुड़ी, ओडिसी और सत्रिया। जिनमें से प्रत्येक की अपनी विशिष्ट शैली और इतिहास है।
3. खानपान: भारतीय भोजन विविधतापूर्ण है, जिसमें प्रत्येक क्षेत्र की अपनी विशेषताएँ हैं। आमतौर पर मसाले, चावल, दालें, और विभिन्न प्रकार की रोटियाँ जैसे तवा रोटी, तंदूरी रोटी, रूमाली रोटी, शामिल होती हैं। भारतीय भोजन अपनी शाकाहारी विकल्पों के लिए भी प्रसिद्ध है।
4. कला और शिल्प: पारंपरिक भारतीय कलाओं में मधुबनी और पटचित्र जैसी चित्रकला शैलियाँ, बुनाई, मिट्टी के बर्तन, और आभूषण निर्माण शामिल हैं।
धार्मिक परंपराएँ
1. हिंदू धर्म: प्रमुख धर्म, जिसमें मंदिर पूजा, योग, ध्यान, और पूजा जैसे अनुष्ठान शामिल हैं। महत्वपूर्ण ग्रंथों में वेद, उपनिषद, भगवद गीता, और रामायण शामिल हैं।
2. सिंधी धर्म: सिंधियों का मूल निवास स्थान सिंध था, जो उसे समय के हिंद का ही एक हिस्सा था। भारत के अंग्रेजों द्वारा विभाजन के बाद, अधिकतर सिंधी भारत के मुख्य हिस्सों में आ गए। सिंधी समाज में झूलेलाल जी की पूजा प्रमुख होती है झूलेलाल जयन्ती सिंधियों का प्रमुख त्योहार है।
3. आदिवासी धर्म: इनमें प्रकृति पूजा, आत्मा और पूर्वज पूजा प्रमुख हैं। इनके अनुष्ठान और त्यौहार कृषि, शिकार और मौसमी परिवर्तनों से जुड़े होते हैं। शामानवाद (शमन या पुजारी की भूमिका) भी महत्वपूर्ण है। आदिवासी धर्म भारतीय संस्कृति की विविधता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
4. सिख धर्म: पंजाब में स्थापित, सिख धर्म सामुदायिक सेवा और एक ईश्वर की पूजा पर जोर देता है। महत्वपूर्ण ग्रंथों में गुरु ग्रंथ साहिब शामिल हैं।
5. बौद्ध धर्म और जैन धर्म: दोनों धर्म भारत में उत्पन्न हुए और अहिंसा, ध्यान, और ज्ञान की खोज पर जोर देते हैं।
सामाजिक परंपराएँ
1. परिवार संरचना: पारंपरिक रूप से भारतीय परिवार विस्तारित होते हैं, जिनमें कई पीढ़ियाँ एक साथ रहती हैं। बुजुर्गों के प्रति सम्मान और संयुक्त परिवार प्रणाली आम हैं।
2. विवाह: पारंपरिक रूप से, भारतीय समाज में व्यवस्थित विवाह प्रचलित हैं, हालांकि प्रेम विवाहों को भी अब स्वीकार्यता मिल रही है। शादियाँ भव्य होती हैं और कई अनुष्ठानों को शामिल करती हैं।
3. नमस्ते: एक आम अभिवादन, "नमस्ते" में हल्का झुकाव और हाथ जोड़ना शामिल है, जो सम्मान का प्रतीक है।
दार्शनिक और साहित्यिक परंपराएँ
1. महाकाव्य और साहित्य: महाभारत और रामायण जैसे प्राचीन ग्रंथ भारतीय संस्कृति के केंद्र में हैं। संस्कृत, हिंदी, और अन्य भाषाओं में शास्त्रीय साहित्य का एक समृद्ध इतिहास है।
2. दार्शनिक विद्यालय: भारत विविध दार्शनिक परंपराओं का घर है, जिसमें वेदांत, योग, बौद्ध धर्म, जैन धर्म, और विभिन्न हिंदू दर्शन विद्यालय शामिल हैं।
दैनिक जीवन और पोशाक
1. पोशाक: पारंपरिक वस्त्रों में महिलाओं के लिए साड़ी और पुरुषों के लिए धोती कुर्ता शामिल हैं। क्षेत्रीय विविधताएँ और आधुनिक अनुकूलन आम हैं।
2. अनुष्ठान और प्रथाएँ: दैनिक जीवन में विभिन्न अनुष्ठानों को शामिल किया जाता है, जैसे दीप जलाना, आरती करना, और उपवास और त्यौहारों का पालन करना।
भारतीय परंपरा एक जटिल और गतिशील मिश्रण है, जिसमें ऐतिहासिक और समकालीन प्रथाओं का सम्मिश्रण है, जिसे विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों ने सहस्राब्दियों में प्रभावित किया है।