Languages ​​spoken in India (भारत में बोली जाने वाली भाषाओं का संपूर्ण विश्लेषण)

भारत, विविधता और सांस्कृतिक धरोहरों का धनी देश है, जहां अनेक भाषाएँ और बोलियाँ बोली जाती हैं। यह लेख भारतीय भाषाओं की विविधता, उनके राज्यक्षेत्र, प्रमुख विशेषताओं, और भाषाओं के प्रयोग के सरकारी आंकड़ों पर विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, "विविधता में एकता" के सिद्धांत को भी समझाया जाएगा।

Complete analysis of languages ​​spoken in India

भारत में बोली जाने वाली भाषाएँ

भारत में वर्तमान में 22 भाषाओं को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया है। इसके अतिरिक्त, भारतीय भाषाओं की संख्या 19,500 से अधिक आंकी गई है, जिसमें 121 भाषाओं को "मुख्य भाषाएँ" माना गया है। यह विशाल भाषाई विविधता भारतीय समाज की बहुरंगीता और संस्कृति की गहराई को दर्शाती है।


प्रमुख भाषाएँ और उनके राज्यक्षेत्र


1. असमिया (Assamese)

- राज्य: असम

- विशेषताएँ: यह भाषा असम के लोगों की प्रमुख भाषा है और इसमें एक समृद्ध साहित्यिक परंपरा है।


2. बांग्ला (Bengali)

- राज्य: पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, असम

- विशेषताएँ: बांग्ला साहित्यिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत समृद्ध है। यह भारत और बांग्लादेश दोनों में बोली जाती है।


3. बोडो (Bodo)

- राज्य: असम

- विशेषताएँ: यह भाषा बोडो जनजाति की है और इसे देवनागरी लिपि में लिखा जाता है।


4. डोगरी (Dogri)

- राज्य: जम्मू और कश्मीर

- विशेषताएँ: डोगरी भाषा पश्चिमी पहाड़ी भाषा समूह की एक भाषा है और इसे देवनागरी लिपि में लिखा जाता है।


5. गुजराती (Gujarati)

- राज्य: गुजरात, दमन और दीव, दादरा और नगर हवेली

- विशेषताएँ: गुजराती साहित्यिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और इसकी लिपि ब्राह्मी लिपि से उत्पन्न हुई है।


6. हिंदी (Hindi)

- राज्य: उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ़

- विशेषताएँ: हिंदी भारत की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है और इसकी कई उपभाषाएँ हैं।


7. कन्नड़ (Kannada)

- राज्य: कर्नाटक

- विशेषताएँ: कन्नड़ भाषा का साहित्यिक और शास्त्रीय महत्व बहुत बड़ा है।


8. कश्मीरी (Kashmiri)

- राज्य: जम्मू और कश्मीर

- विशेषताएँ: कश्मीरी भाषा में मुख्यतः शारदा लिपि का प्रयोग होता है, हालांकि अब यह देवनागरी और नस्तालीक लिपि में भी लिखी जाती है।


9. कोंकणी (Konkani)

- राज्य: गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल

- विशेषताएँ: कोंकणी भाषा को कई लिपियों में लिखा जाता है, जिनमें देवनागरी प्रमुख है।


10. मैथिली (Maithili)

- राज्य: बिहार, झारखंड

- विशेषताएँ: मैथिली एक प्रमुख भाषाई समूह की भाषा है और इसका साहित्यिक इतिहास बहुत पुराना है।


11. मलयालम (Malayalam)

- राज्य: केरल, लक्षद्वीप

- विशेषताएँ: मलयालम भाषा का साहित्यिक और सांस्कृतिक महत्व बहुत बड़ा है।


12. मणिपुरी (Manipuri)

- राज्य: मणिपुर

- विशेषताएँ: मणिपुरी भाषा को मीतेइलोन भी कहा जाता है और यह मेइतेई लिपि में लिखी जाती है।


13. मराठी (Marathi)

- राज्य: महाराष्ट्र, गोवा

- विशेषताएँ: मराठी भाषा का साहित्यिक और सांस्कृतिक इतिहास बहुत समृद्ध है।


14. नेपाली (Nepali)

- राज्य: पश्चिम बंगाल, सिक्किम

- विशेषताएँ: नेपाली भाषा देवनागरी लिपि में लिखी जाती है और इसका व्यापक रूप से हिमालयी क्षेत्र में प्रयोग होता है।


15. उड़िया (Odia)

- राज्य: ओडिशा

- विशेषताएँ: उड़िया भाषा का साहित्यिक इतिहास बहुत पुराना और समृद्ध है।


16. पंजाबी (Punjabi)

- राज्य: पंजाब, हरियाणा

- विशेषताएँ: पंजाबी गुरुमुखी लिपि में लिखी जाती है और यह सिख धर्म की पवित्र भाषा है।


17. संस्कृत (Sanskrit)

- राज्य: उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश (मुख्य रूप से शैक्षिक और धार्मिक उद्देश्यों के लिए)

- विशेषताएँ: संस्कृत प्राचीन भारतीय साहित्य, वेद, पुराण और अन्य शास्त्रों की भाषा है।


18. संताली (Santali)

- राज्य: झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार

- विशेषताएँ: संताली ऑल चिकी लिपि में लिखी जाती है और यह संताल जनजाति की भाषा है।


19. सिंधी (Sindhi)

- राज्य: गुजरात, राजस्थान (मुख्य रूप से प्रवासी समुदायों में)

- विशेषताएँ: सिंधी भाषा देवनागरी और अरबी लिपि दोनों में लिखी जाती है।


20. तमिल (Tamil)

- राज्य: तमिलनाडु, पुडुचेरी

- विशेषताएँ: तमिल भाषा का साहित्य बहुत प्राचीन और समृद्ध है, यह द्रविड़ भाषा परिवार की एक प्रमुख भाषा है।


21. तेलुगू (Telugu)

- राज्य: आंध्र प्रदेश, तेलंगाना

- विशेषताएँ: तेलुगू को "इटली ऑफ़ द ईस्ट" कहा जाता है, क्योंकि इसमें शब्दों का समापन स्वरों में होता है।


22. उर्दू (Urdu)

- राज्य: जम्मू और कश्मीर, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल (मुख्य रूप से प्रवासी समुदायों में)

- विशेषताएँ: उर्दू भाषा नस्तालीक लिपि में लिखी जाती है और इसका साहित्यिक इतिहास बहुत समृद्ध है।


भारत में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा

"हिंदी"


हिंदी भारत की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। यह भारतीय जनगणना 2011 के अनुसार, लगभग 43.63% भारतीयों द्वारा बोली जाती है। यह राष्ट्रीय स्तर पर सबसे प्रमुख भाषा है और कई राज्यों में व्यापक रूप से बोली जाती है।


- राज्य: उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ़

- विशेषताएँ: हिंदी देवनागरी लिपि में लिखी जाती है और इसकी कई उपभाषाएँ हैं जैसे अवधी, ब्रजभाषा, भोजपुरी आदि।

- प्रसार: हिंदी का प्रसार फिल्मों, टेलीविजन, और राष्ट्रीय स्तर पर सरकारी कार्यों के माध्यम से होता है।




विविधता में एकता

भारत की विविधता उसकी ताकत है। इतनी सारी भाषाओं, संस्कृतियों, और परंपराओं के बावजूद, भारत एक एकीकृत राष्ट्र बना हुआ है। यहाँ की भाषाई विविधता "विविधता में एकता" के सिद्धांत का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करती है। हर भाषा, चाहे वह कितनी ही छोटी या बड़ी हो, भारतीय संस्कृति के ताने-बाने का हिस्सा है और हमारे देश को मजबूत बनाती है।


इस विविधता का सम्मान और संरक्षण करना हमारी जिम्मेदारी है, जिससे कि हम अपनी सांस्कृतिक धरोहर को बनाए रख सकें और आने वाली पीढ़ियों को इसका लाभ दे सकें। भारतीय समाज की यह विशेषता उसे विश्व में एक अद्वितीय स्थान पर स्थापित करती है। 

Mr. KUKREJA

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