1. नमक का उपयोग
नमक को वास्तु शास्त्र में एक शक्तिशाली शुद्धिकारक माना गया है। यह नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करता है और घर में सकारात्मकता लाता है।
- कांच या चीनी मिट्टी के बर्तन में नमक रखें: घर के कोनों में या जहां सूर्य की सीधी रोशनी नहीं आती, वहां कांच या चीनी मिट्टी के बर्तन में नमक रखें। इसे हर 15 दिनों में बदलें और पुराने नमक को बहा दें।
- नमक के पानी से पोंछा लगाना: हर सप्ताह में एक बार पानी में चुटकीभर नमक मिलाकर पोंछा लगाएं (गुरुवार को छोड़कर)।
- नमक का टोटका: अगर किसी को नजर लगी हो तो उसकी सिर के ऊपर से तीन बार चुटकीभर नमक उतारकर उसे बाहर फेंक दें।
- नमक को लाल कपड़े में बांधकर: लाल कपड़े में नमक बांधकर घर या ऑफिस में लटकाएं। यह बुरी नजर से बचाता है और समृद्धि लाता है।
2. घर को सुगंधित करें
घर में अच्छी सुगंध वातावरण को सकारात्मक बनाती है।
- अगरबत्ती और धूप: नियमित रूप से सुबह और शाम को अगरबत्ती या धूप जलाएं।
- रूम फ्रेशनर: कमरे में ताजगी बनाए रखने के लिए रूम फ्रेशनर का उपयोग करें।
- कपूर का उपयोग: रात को सोने से पहले पूरे घर में कपूर जलाएं। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है।
3. विंड चाइम्स
विंड चाइम्स की खनक नकारात्मक ऊर्जा को तोड़ती है और सकारात्मकता फैलाती है। इसे घर के मुख्य दरवाजे पर या खिड़की के पास लगाएं।
4. साफ-सफाई
घर को साफ और व्यवस्थित रखें। अव्यवस्थित और गंदगी से भरे स्थान नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं।
5. प्राकृतिक प्रकाश और वेंटिलेशन
प्राकृतिक प्रकाश और ताजी हवा सकारात्मक ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत हैं। रोजाना कुछ समय के लिए खिड़कियां खोलें और घर में ताजी हवा आने दें।
6. नींबू का उपयोग
नींबू को पानी से भरे जार में रखकर घर के किसी कोने में रखें। इसे हर शनिवार को बदलें।
7. तस्वीरें और प्रतीक
धार्मिक तस्वीरें, प्रतिमाएं और सकारात्मक चित्र घर में रखें। पूजा का स्थान उत्तर-पूर्व दिशा में रखें।
8. संगीत और घंटियाँ
घर में संगीत बजाएं और घंटियाँ या विंड चाइम्स लगाएं। उनकी ध्वनि से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
9. मोमबत्तियां और धूपबत्ती
सुगंधित मोमबत्तियां और धूपबत्तियां जलाएं। यह वातावरण को पवित्र और सकारात्मक बनाती हैं।
निष्कर्ष: वास्तु शास्त्र के इन उपायों को नियमित रूप से अपनाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। इससे न केवल घर का वातावरण शुद्ध और सकारात्मक होता है, बल्कि समृद्धि, स्वास्थ्य और शांति में भी वृद्धि होती है। नियमित साफ-सफाई, प्राकृतिक रोशनी, सुगंधित सामग्री, और धार्मिक प्रतीकों के सही उपयोग से हम अपने घर को एक सुखद और सकारात्मक स्थान बना सकते हैं।
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